संकाय चयन का झंझट खत्म,राजनीति के साथ पढ़ो रसायन *सीबीएसइ:11वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए खुश खबर

पसंद का विषय पढ़ सकेंगे*

*सीबीएसइ:11वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए खुश खबर...संकाय चयन का झंझट खत्म,राजनीति के साथ पढ़ो रसायन*

*-पसंद का विषय पढ़ सकेंगे*

श्रीगंगानगर.

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर और तनाव व मानसिक दबाव के बीच केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने विद्यार्थियों के लिए राहत भरी खबर लेकर आया है। दरअसल नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत सीबीएसइ ने ग्यारहवीं कक्षा में प्रचलित संकाय प्रणाली को हटाने का फैसला लिया है। बोर्ड ने इस निर्णय को मौजूदा सत्र 2021-22 से ही लागू करने के निर्देश भी सभी संस्था प्रधानों को जारी कर दिए हैं। बीते सप्ताह कक्षा-10 वीं के परीक्षा परिणाम तैयार करने के लिए जारी अंक निर्धारण नीति संबंधी परिपत्र में इसका उल्लेख किया है। इसमें सत्र 2020-21 में जो विद्यार्थी 10वीं कक्षा में थे उनको बिना परीक्षा पास होने और अपना मनपसंद विषय चुनने के दोनों ही अविस्मरणीय अनुभव मिले हैं।

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*-विज्ञान,वाणिज्य और कला की बाध्यता हटी*


विषय चयन के वर्तमान नियमों के अनुसार विभिन्न विषय उनकी प्रकृति के अनुसार अलग-अलग संकायों में शामिल है। जैसे भौतिक,रसायन,जीव आदि विषयों को विज्ञान संकाय,लेखा,व्यवसाय आदि विषयों को वाणिज्य तथा भूगोल,राजनीति,इतिहास, समाजशास्त्र व साहित्य आदि विषयों को कला संकाय में शामिल किया जाता रहा है। जिससे रसायन पढऩे के इच्छुक विद्यार्थी पर अब तक भौतिक शास्त्र या जीव विज्ञान पढऩे की बाध्यता थी। परंतु नए नियमों के तहत अब रसायन विज्ञान की पढ़ाई करने वाला विद्यार्थी साथ में समाज शास्त्र या राजनीति विज्ञान भी पढ़ सकता है।


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*-मिलेगा बेसिक गणित का विकल्प*


बोर्ड ने सभी विद्यालयों को निर्देश दिए हैं कि वे 11 वीं कक्षा में विद्यार्थियों को उनकी रुचि और पसंद के हिसाब से विषयों का समूह चुनने की छूट प्रदान करें। साथ ही कोविड-19 को देखते हुए केवल इस सत्र के लिए जिन विद्यार्थियों ने कक्षा-10 में मानक गणित विषय का चयन किया था। उन विद्यार्थियों को अब 11वीं कक्षा में भी गणित विषय की पढ़ाई करने की छूट प्रदान की गई है।

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*-बोर्ड आयोजित करेगा वेबिनार*


सभी स्कूलों को परीक्षा परिणाम के लिए बनी अंक निर्धारण नीति के उद्देश्य और मानक समझाने तथा नए सत्र की प्रवेश प्रक्रिया,पूरक परीक्षा और विद्यार्थियों की क्रमोन्नति आदि के संबंध में बोर्ड सभी संस्था प्रधानों और शिक्षकों के साथ जल्द ही एक वेबिनार भी आयोजित करेगा।

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*विद्यार्थियों को होंगे ये लाभ*

1. बच्चों मनपसंद और अपनी रुचि का विषय मिलने से उन पर मानसिक दबाव नहीे रहेगा।

2. विद्यार्थी अपने करियर और भविष्य के हिसाब से विषयों को पढ़ाई कर सकेंगे।

3. प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में विशेष फायदा मिलेगा।

4. संकाय आधार पर बच्चों में किया जाने वाला भेद-भाव समाप्त हो सकेगा।

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सीबीएसइ ने जारी किए निर्देशानुसार विद्यार्थी 11वीं में बिना संकाय की बाध्यता के कोई भी विषय ले सकेंगे। वहीं मूल्यांकन के संबंध में पत्राचार,स्वयंपाठी और द्वितीय अवसर वाले परीक्षार्थियों के लिए अलग से निर्देश जारी होने हैं।

-भूपेश शर्मा,समन्वयक,विद्यार्थी परामर्श केंद्र,शिक्षा विभाग,श्रीगंगानगर


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