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अंग्रेजी शासन की शिक्षा व्यवस्था

अंग्रेजी शासन की शिक्षा व्यवस्था पश्चिमी देशों से आने वाले अंग्रेजों का उद्देश्य व्यापारियों के रूप में आकर भारतीयों के ईसाई धर्म का प्रचार-प्रसर करना था, किन्तु शिक्षा के अभाव में इन सिद्धान्तों की ग्राह्यता एवं स्वीकृति बहुत कम थी। अत:…

दलित शिक्षा का विकास

1882 से स्वतन्त्रता प्राप्ति तक दलितों की शिक्षा के विकास  दलित शिक्षा के मुद्दे (स्वतन्त्रता प्राप्ति तक)   अंग्रेजों के शासन काल में 1882 से लेकर 1902 तक की अवधि में हरिजनों एवं पिछड़ी जातियों की शिक्षा में आशातीत वृद्धि हुई। भारतीय शि…

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भारतीय शिक्षा आयोग 1882-83 || हण्टर कमीशन

भारतीय शिक्षा आयोग 1882-83 (हण्टर कमीशन) हण्टर कमीशन आयोग की नियुक्ति का कारण-1854 के घोषणा-पत्र के अनुसार आशाजनक प्रगति न हुई। प्राथमिक शिक्षा के लिए कुछ भी नहीं किया गया। माध्यमिक शिक्षा तथा उच्च शिक्षा के क्षेत्र में कुछ प्रगति अवश्य …

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भारत में ईस्ट इण्डिया कम्पनी का विस्तार

भारत में ईस्ट इण्डिया कम्पनी का विस्तार भारत में ईस्ट इण्डिया कम्पनी का विस्तार आरम्भिक काल (1600-1650 ई. तक)      सर टॉमस रो 1619 ई. में अपने देश वापस लौट गया, इस समय तक सूरत, भड़ौच, आगरा एवं अहमदाबाद में अंग्रेजों का व्यापारिक कोठियाँ स्थापित हो च…

भारत में अंग्रेजों के पूर्व देशज शिक्षा व्यवस्था

भारत में  अंग्रेजों के पूर्व देशज शिक्षा व्यवस्था ग्रेजों के पूर्व देशज शिक्षा व्यवस्था पर प्रकाश डालिए। अंग्रेजों के पूर्व देशज शिक्षा व्यवस्था अलग तरह की थी। प्राचीन भारत में मुनियों एवं महर्षियों ने शिक्षा की समुचित व्यवस्था की थी। यह शिक्षा दो र…

संविधान के मूल आदर्श और शिक्षा

संविधान के मूल आदर्श और शिक्षा  संविधान के मूल आदर्श और शिक्षा (Basic Features of Constitution and Education)  भारतीय संस्कृति के मूल लक्षणों-प्रजातन्त्र, स्वतन्त्रता, समानता और उत्तरदायित्व के सफल क्रियान्वयन के लिए शिक्षा की महती आवश्यकता है। शिक्…

अधिकार और कर्तव्यों में सम्बन्ध | Relation to Rights and Duties

अधिकार और कर्तव्यों में सम्बन्ध Relation in Rights and Duties अधिकार एवं कर्तव्यों का सम्बन्ध अधिकार एवं कर्त्तव्यों का पारस्परिक सम्बन्ध निम्नलिखित रूपों में व्यक्त किया जा सकता है—

भारत की संघीय व्यवस्था | federal system of india

भारत की संघीय व्यवस्था भारत की संघीय व्यवस्था का वर्णन कीजिए। भारत में संघीय व्यवस्था भारतीय संविधान ने मौलिक रूप से द्विस्तरीय शासन व्यवस्था का प्रावधान किया था

नागरिकों के मूल कर्त्तव्य

नागरिकों के मूल कर्त्तव्य fundamental duties of citizens      भारतीय संविधान में नागरिकों के मौलिक कर्त्तव्य भारतीय संविधान में नागरिकों के मौलिक कर्तव्यों का भी उल्लेख है। शासन से अपेक्षा है कि मौलिक अधिकारों को सुनिश्चित करें, उनके उल्लंघन होने पर…

समानता का संवैधानिक दृष्टिकोण

समानता का संवैधानिक दृष्टिकोण स मानता का संवैधानिक दृष्टिकोण क्या है? संवैधानिक एवं सामाजिक दृष्टिकोण के मध्य क्या अंतराल है? दोनों दृष्टिकोण में संतुलन के क्या उपाय हो सकते हैं?

नागरिकों के मूल अधिकार

नागरिकों के मूल अधिकार नागरिकों के मूल अधिकार -   आधुनिक लोक कल्याणकारी राज्यों का प्रमुख उद्देश्य राज्य का बहुमुखी विकास करना है । यह तभी संभव है जब नागरिकों को विकास के लिए अधिकार प्रदान किये जाये। अधिकार वे शर्ते हैं जिनके आधार पर नागरिक अपने व्य…

भारतीय संविधान की विशेषताएँ

भारतीय संविधान की विशेषताएँ  Features of Indian Constitution भारतीय संविधान की विशेषताएँ -भारतीय संविधान एक उच्च कोटि की रचना है जिसे गहन चिन्तन के बाद तैयार किया गया। यह अपनी सामग्री तथा भावना की दृष्टि से अनोखा है। इंग्लैण्ड, अमेरिका तथा आयरलैंड …

राष्ट्रीय पाठ्यक्रम संरचना शिक्षक शिक्षा-2009 की आवश्यकता एवं महत्त्व

राष्ट्रीय पाठ्यक्रम संरचना शिक्षक शिक्षा-2009 की आवश्यकता एवं महत्त्व  Need and Importance of National Curriculum Framework Teacher Education 2009)—इसकी आवश्यकता एवं महत्त्व के कारकों का वर्णन निम्न प्रकार किया जा सकता है राष्ट्रीय पाठ्यक्रम संरचना …

वुड का घोषणा-पत्र 1854 : महत्त्वपूर्ण सिफारिशें, मूल्यांकन, गुण-दोष

वुड के घोषणा-पत्र 1854 की मुख्य सिफारिशों की व्याख्या "वुड का घोषणा-पत्र भारतीय शिक्षा के इतिहास में एक महाधिकार-पत्र के रूप में जाना जाता है। वुड का घोषणा-पत्र वुड का घोषणा-पत्र, 1854(Woods Despatch-1854)   कम्पनी शासन ने 20 वर्ष के बाद घोषणा …

बौद्धकालीन शिक्षा : शिक्षा के उद्देश्य | शिक्षा के गुण | शिक्षा की विशेषता

बौद्ध परम्परा के अनुसार शिक्षा के उद्देश्य बौद्ध धर्म की शिक्षा का उद्देश्य  बौद्धकालीन शिक्षा के गुण  बौद्ध दर्शन का शिक्षा पर प्रभाव (Impact of Buddhist Philosophy on Education)   बौद्ध दर्शन के अनुसार शिक्षा संसारिक दुःखों से मुक्ति दिलाने या निर…

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